Laptop Buying Guide || हमें किस तरह का लैपटॉप लेना चाहिए|
लैपटॉप खरीदना है कौन सा खरीदना है? i3, i5, i7 कितने जीबी की रैम चाहिए? 2GB, 4GB 8GB Windows कौन सा लेना पसंद करेंगे माइक्रोसॉफ्ट या DOS ऑपरेटिंग सिस्टम?
दोस्तों जिंदगी में आप पहला लैपटॉप खरीदने जाएंगे तो सेल्स मैन आप से यही सवाल करेंगे, लेकिन रुकिए क्या आपको इन सब का जवाब पता है| दोस्तों सबसे पहले तो आप अपने आप से पूछना है कि आप को लैपटॉप लेना क्यों है? क्या आपके दोस्तों ने लिया है इसलिए आप देना चाहते हैं, या आपके रिलेशन में लिया तो आप लेना चाहते हैं या आप दुनिया को दिखाने के लिए लैपटॉप लेना चाहते हैं| या आपको कुछ काम है तो आप लैपटॉप लेना चाहते हैं|
तो देखिए आपका डिसीजन हो जाए कि आपको लैपटॉप लेना क्यों है तो अब बात आती है क्या आपको लैपटॉप लेना चाहिए या डेस्कटॉप लेना चाहिए, तो देखिए मैं यह बताऊंगा कि जो डेस्कटॉप होता है उसकी लाइफ लोंग होती है उसमें बहुत सारा काम कर सकते हैं और जितने में आप लैपटॉप खरीदेंगे उससे काफी ज्यादा कम प्राइस में एक आपको डेस्कटॉप मिल जाता है| डेस्कटॉप में कॉन्फ़िगरेशन भी ज्यादा मिलेगा|
यहां पर एक चीज और यह है जो लैपटॉप है उसके अंदर बैटरी बैकअप अच्छा मिल जाएगा जैसे 6 से 8 घंटे उसके साथ ये है के लैपटॉप पोर्टेबल होगा जिसको आप कहीं भी ले जा सकते हैं| लेकिन जो डेस्कटॉप होगा आपका उसको आप कहीं नहीं ले जा सकते लेकिन उसको फ्यूचर में आप अपग्रेड जरूर करा सकते हैं जो कि लैपटॉप नहीं हो सकता लैपटॉप से कहीं ज्यादा डेस्कटॉप में आपको परफॉर्मेंस मिल जाएगा|
तो दोस्तों अगर आपने यह डिसाइड किया है हमें तो लैपटॉप ही लेना है तो इसमें सबसे पहले बात आती है वह है प्रोसेसर की क्यों कि मार्केट में अलग-अलग तरीके से प्रोसेसर आते हैं लैपटॉप के लिए दो कंपनी है बड़ी-बड़ी जो प्रोसेसर बनती है पहला (intel) इंटेल दूसरा है (AMD)एमडी
मार्केट में क्या अच्छा होगा?
लोग आपको यही बोलेंगे अगर आप 20000 से नीचे का लैपटॉप लेना चाहते हैं तो आप AMD का प्रोसेसर देख सकते हो इसमें intel का जो पावर है वह कम रहती है अगर आप 20 या 30000 से ऊपर जो भी लैपटॉप लोगे तो आप को (intel) इंटेल का प्रोसेसर मिलेगा उसमें आपको इंटेल का प्रोसेसर ही लेना चाहिए इसमें AMD की जरूरत नहीं है यह जो हमारा (intel) इंटेल है अलग अलग तरीके का प्रोसेसर बनाती है जैसे Dual-core पोर्ट विडियो i3, i5, i7
अब आप ऐसा मत समझिए कि यह जेनरेशन चल रहा है i3 मतलब थर्ड जेनरेशन i5 मतलब फिफ्थ जेनरेशन ऐसा नहीं है| यह मोडलोंके नाम है घुमा फिरा कर बोले तो intel अलग-अलग कामों के लिए अलग-अलग प्रोसेसर बनाए हैं अभी जो entry-level चल रहा है मार्केट में वह i3 है i5 है i7 है जो i3 है उसमें दो कोड होते हैं|
कोर क्या होता है?
अगर कोर को में अच्छे से समझाओ फॉर एग्जांपल के लिए तो मैं यह बोलूं यह मेरा मुंह है मेरे पास कोई खाना आ रहा है अगर मेरे पास एक ही मुंह है तो मैं एक ही मुंह से जितना खाना चाहूंगा और जितना खाना चबा सकता हूँ उतना ही खाना खाऊंगा इसी तरह यह कोर है| माउथ के अंदर मेरा एक माउथ और जुड़ जाएं तो खाना हम जल्दी से चबा पाएंगे और जल्दी से खा पाएंगे| और जल्दी से सिर्फ प्रोसेस कर पाएंगे सेम यही बात है प्रोसेसर का इसमें जो कोर होता है dual-core इससे क्या होता है एक ही प्रोसेसर के अंदर जो काम आ रहा है उस काम को दोनों दो लोग मिलकर एक साथ कर रहे होते हैं इसीलिए इसकी जो स्पीड है वह काफी ज्यादा बढ़ जाती है इसी तरह जो i3 है इसमें आपको दो कोर मिल जाते हैं i5 के अंदर 4 कोर मिल जाते हैं और i7 जो है 4 से 8 के बीच में मिल जाती है|
दोस्तों यह सब बातें तो हो गई टेक्निकल बात तो यहां पर यह है कि आपको कौन सा लैपटॉप लेना है अगर आपको ज्यादा काम नहीं करना है अपने कंप्यूटर में जब आपको सिर्फ मूवी देखना है ब्राउजिंग करना है सिंपल चोटी चोटी एप्लीकेशन चलाना है तो i3 आपके लिए बेस्ट है क्योंकि i5 या i7 जाओगे इतना काम आपके प्रोसेसर तो कर देगा लेकिन आपके पास काम ही नहीं होगा उससे करवाने का तो मतलब ही नहीं है i5 या i7 लेने का और ज्यादा पैसा देने का|
हाँ अगर आपके पास काम है जैसे वीडियो एडिटिंग करना फोटोशॉप मे फोटो एडिटिंग करना या आपके कॉलेज में कोई सॉफ्टवेयर है और अब आपके ब्रांचेस से रिलेटेड AutoCad है 3D मैक्स है बहुत सारे हाई क्वालिटी के सॉफ्टवेयर चाहते हैं वह सब चलाना है तो दोस्तों i3 मत लीजिएगा क्योंकि उसके अंदर दम नहीं होता है यह सारे काम करने का यहाँ आपको i5 लेना चाहिए जहां आपको थोड़ा ज्यादा काम मिल जाते हैं और आपको ज्यादा काम करवाने हैं अपने कंप्यूटर से और यहां जो टॉप लेवल है intel का वह i7 प्रोसेसर जो कि i5 से थोड़ा और ज्यादा पावरफुल है यहां पर आप हैवी गेम्स खेल सकते हैं बड़ी बड़ी स्त्रीने लगा सकते हैं एडिटिंग कर सकते हैं बड़ी-बड़ी सॉफ्टवेयर तक चला सकते हैं अगर आपका ऐसा काम है कि आप को बिल्कुल पावरफुल कंप्यूटर चाहिए|
तो यहां पर सारी चीजें आपको डिसाइड करनी है आपका काम क्या है किस प्रकार के आप लैपटॉप लेना चाहते हैं | यहाँ अगर आप छोटी छोटी काम करना चाहते हैं तो i3 आप के लिए बेस्ट है| वहीँ अगर आप थुदा और जियादा कम करना चाहते हैं जैसे विडियो एडिटिंग वगेरह तो आप के लिए i5 बेस्ट होगा| लेकिन जो हाई क्वालिटी का गेम है जिसे अच्छा खासा प्रोसेसिंग चाहिए तो i7 आपके लिए बेस्ट है|
अगर कहीं भी आप लैपटॉप लेना चाहे लेने जाएंगे तो प्रोसेसर के आगे वोलोग जेनरेशन भी लिखते हैं मतलब फर्स्ट जेनरेशन सिक्स जनरेशन 4th जेनरेशन अब यह क्या होता है?
यहां पर प्रोसेसर के अंदर छोटे छोटे किड्स रहते हैं जो के इसमें अन्दर लगा होता है intel जो है यही काम में लगा हुआ है के परोसेसर के अन्दर जो किड है ये और छोटी-छोटी आ रही है इसको और कितना छोटा किया जा सकता है तो जेनरेशन में बेसिकली यही होता है मतलब 4th जेनरेशन के अंदर और 3 जेनरेशन के अंदर देखो 8 नैनोमीटर (NM) के छोटे-छोटे ट्रांसिस्टर थे अब जो 6th जनरेशन है और छोटा हो गया कि हर साल अब जोही intel यही करती है के प्रोसेसर के किट को और छोटा बनाया जाए और छोटा किया जाए क्योंकि इसके अंदर पावर कम हो तो इसकी बैटरी बैकअप बढ़ जाती है|
दोस्तों अभी जो मैं आर्टिकल लिख रहा हूं अभी जो है 8th जेनरेशन तक का प्रोसेसर आ चुका है अगर आप ऑनलाइन जाओगे या कहीं भी जाओगे अलग अलग जनरेशन के प्रोसेसर मिलेंगे आज की तारीख में 4th जनरेशन के भी प्रोसेसर बिक रहे हैं 6 भी बिक रहे हैं 7th भी बिक रहे हैं और 8th भी तो दोस्तों यहां पर आपको ध्यान रखना है कि आपके बजट में जो प्रोसेसर आ रहा है ज्यादा से ज्यादा जो मैक्सिमम जेनरेशन चल रहा है वह आपको लेना चाहिए यह जेनरेशन पता करने के लिए आपको intel की वेबसाइट में जाना है वह बड़ा बड़ा होम पेज में लिख देते हैं अभी कौन सा जेनरेशन चल रहा है तो आपके बजट के ऊपर यह निर्भर करता है क्या आप को जो बजट है अगर पांच से 6000 ज्यादा आ रहा है तो मै साजेश करूंगा कि आप ज्यादा जेनरेशन का ही प्रोसेसर खरीदें बिल्कुल लेटेस्ट टेक्नोलॉजी के हिसाब से बना हुआ होता है|
दोस्तों प्रोसेसर के बाद जो लैपटॉप का मेन चीज होता है जो मेन कंपोनेंट होता है वह है जिसको बोलते हैं RAM यानी रेंडम एक्सेस मेमोरी देखिए प्रोसेसर का जो काम होता है वह होता है प्रोसेसिंग करना और वह प्रोसेसिंग करके वह आउटपुट देता जाएगा लेकिन यह प्रोसेसिंग के लिए जो चीजें आती हैं मान लीजिए अगर आप कोई विंडो ओपन किए हुए हैं जो गेम खेल रहे हैं और कोई ब्राउज़र चला रहे हैं और हर एक चीज जो है आप ने खोले हुए हैं अपने ऑपरेटिंग सिस्टम के अंदर यह जो काम होती है यह प्रोसेसर के पास जाती हैं इससे पहले उसको मेमोरी में स्टोर करके रखना पड़ेगा अब यहां पर RAM का कॉन्सेप्ट आता है जो चीज हम चला रहे हैं जो चीजें हमारी मेमोरी में स्टोर है उन के अंदर होता है जो कि फटाक से यहां रीड करके वह प्रोसेसर को भेजता है और फटाक से प्रोसेसिंग कर के देते हैं तो इस हिसाब से जिसकी ज्यादा RAMहोगी इतनी ज्यादा प्रोसेसिंग होगी उसी हिसाब से आपका डाटा फास्ट रीड होगा इसमें आप ज्यादा से ज्यादा मल्टीटास्किंग कर पाएंगे लेकिन यहां पर एक चीज और ध्यान दें अगर आप i3 को 8GB 16GB RAM दे दोगे तो बात यह हो जाएगी आपके पास छोटा सा रूम है लेकिन दरवाजे ज्यादा है यानी मेमोरी ज्यादा है उनके अंदर जो काम ही नहीं कर पा रहा है इनको तो इतना बड़ा मेमोरी रखने का कोई मतलब ही नहीं है|
तो बोला यह जाता है अगर आप i3 ले रहे हो 4GB आपके लिए बेस्ट है क्योंकि प्रोसेसर की जो प्रोसेसिंग होती है 4GB के हिसाब से इसको हल कर सकता है मल्टीटास्किंग हिसाब से बिल्कुल आसानी से लेकिन i5 ले रहे हो या i7 ले रहे हो यहां पर मिनिमम आपको 8GB RAM लेना ही चाहिए और जितने लैपटॉप आपको देखने को मिलेंगे वह इसी हिसाब से मिलेंगे i5 और i7 लोगे तो उसमें आपको 8GB मिलेंगे और अगर i3 लोगे तो इसमें आपको 4जीबी रैम देखने को मिलेंगे क्योंकि उस हिसाब से उस में डाला जाता है|
यही काम है RAM का अगर हमारे पास RAM ज्यादा है तो हम इसमें अलग अलग काम एक ही समय में कर पाएंगे यानी मल्टीटास्किंग आसानी से कर पाएंगे घुमा फिरा के बात करें तो आजकल जो है 4GB एंट्री लेवल मानी जाती है क्योंकि विंडोज 10 जो है 2GB windows10 ही खा लेता है और बचता हमारे पास 2GB अब तो हमारे फोन में भी 2GB 4GB 8GB RAM आने लगी तो डेक्सटॉप जो है उसमें मिनिमम 4GB मानी जाती है|
अब यहां पर RAM की भी जेनरेशन होते हैं जी हां DDR1 DDR2 DDR3 DDR4 अभी जो लेटेस्ट वर्जन चल रहा है DDR4 चल रहा है इसके अंदर जो टेक्नोलॉजी यूज है उसने कम से कम बैटरी यूज होती है और इसमें आपको ज्यादा से ज्यादा पावर मिल जाते हैं स्टोरेज की स्टोरेज का मतलब यह होता है की कितनी जल्दी आप उसे रीड कर सकते हो चीजें और उसके अंदर वापस राइड कर सकते हो जो DDR4 आती है उसमें read-write की जो स्पीड होती है सबसे ज्यादा होती है तो कोशिश करिए अगर आप लैपटॉप ले रहे हैं 2018 से आने वाले सालों में तो उसमें DDR4 ही रहे क्योंकि इसमें जो ज्यादा से ज्यादा जो टेक्नोलॉजी है वह एक ही साल चलने वाली है अगर आपको DDR4 मिल जाते हैं तो आप वही लीजिए|
दोस्तों RAM के बाद जो सबसे ज्यादा इंपॉर्टेंट चीज है लैपटॉप के लिए वह हार्ड डिस्क यानी जो हार्ड डिस्क है आपके कंप्यूटर में और कितने जीबी की है मार्केट में तो अलग अलग तरीके की हार्ड ड्राइव देखने को मिलते हैं एक तो सिंपल जिसको बोलते हैं HDD एचडीडी जिसको बोलते हैं हार्ड डिस्क ड्राइव और दूसरा होता है SSD एसएसडी इसको बोलते हैं सॉलि़ड स्टेट ड्राइव जो एचडीडी है इसके अंदर स्पेस आपको काफी ज्यादा मिलेंगे एक टीवी दो टीवी 4 टीवी इसके अंदर जो है एक तरह का सिलेंडर होता है क्योंकि वह घूमता है आपका जो डाटा है वह सिलेंडर के अंदर ही स्टोर होता है लेकिन यहां पर जो एसएसडी है इसके अंदर चिप्स के अंदर सारे टेस्ट होता है यहां पर जो एसएसडी है इसके अंदर रीड की स्पीड होती है फास्ट मिलती है इसके अंदर स्टोर कर सकते हो लेकिन यहां पर दिक्कत यह है यहां पर स्पेस कम मिलता है और इस की कीमत भी ज्यादा होता है मतलब यहां पर अगर 8 जीबी की एसएसडी लेते हो वह आपको आएगी 4 से 5000 की एक टीवी तक की एसएसडी लेने के लिए इससे अच्छा तो आपका लैपटॉप भी आ जाएगा जितने की पार्टी कूलर ड्राइव आएगी इसलिए लोग इसे ज्यादा यूज़ नहीं करते हैं| और जो एप्पल के लैपटॉप आते हैं उसके अंदर यही आती है इसीलिए उसके अंदर स्टोरेज कम होती है लेकिन उसकी जो स्पीड होती है काफी ज्यादा होती है और उसकी पावर जो है बढ़ जाती है|
लेकिन अगर आप ट्रेडिशनल कोई भी लैपटॉप लोगे उसके अंदर HDD मिल जाएगी और 1TB हार्ड डिस्क आपको मिल जाती है घुमा फिरा के जो भी आप लैपटॉप ले रहे हो आप देख लो उसके अंदर आपको स्पेस मिल रहा है|
Windows (सॉफ्टवेयर)
तो दोस्तों यह तो सारी बातें हो गई हार्डवेयर की अब बात आती है सॉफ्टवेयर की तो मार्केट में आप कोई भी लैपटॉप लेंगे उसके अंदर आपको माइक्रोसॉफ्ट विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम मिल रहा है तो उसकी कीमत बडजाती है इसका मतलब यह है के जो विंडोज की कीमत वह लैपटॉप कंपनी वाले हमसे लेकर विंडोज को दे रही है| अगर सेम किन्फिग्रैशन का लैपटॉप DOS का लेंगे तो इसका कोस्ट 7-8 हज़ार रुपे कम लगेगा इसका मतलब ये है के लैपटॉप कंपनी वाले 8 7 हज़ार हमसे ही लेकर विंडोज को दे रही है आप सेम कंफीग्रेशन का लैपटॉप सेम हार्डवेयर का लैपटॉप आप अगर बिना ऑपरेटिंग सिस्टम का ले रहे हो तो आपको जो है कम हो जाएगी तो यही होता है|
लैपटॉप लेते हैं तो वहां आप से पूछते हैं क्या ऑपरेटिंग सिस्टम चाहिए विंडोज की तो यह है अगर आपको नहीं चाहिए तो आप को DOS दे देंगे LINUX देंगे ये सब OS फ्री होते हैं कहने का मतलब ये है के लैपटॉप ले रहे हो उसमें जो ऑपरेटिंग सिस्टम हम ले रहे हैं और ऑपरेटिंग सिस्टम की कीमत हम अड़ कररहे हैं जो के 7 या 8000 पड़ता है या तो आप हमसे वह दिलवाओ या आप खुद देदो अगर आप इस कोस्ट को नहीं देना चाहते हैं तो आप DOS का विंडोस ले लो |
होगा यह के बाद में आप कहीं से भी माइक्रोसॉफ्ट को पे करके ऑपरेटिंग सिस्टम डलवा सकते हो या तो मार्केट में जाओ 200-300 में पायरेटेड डलवा डलवा सकते हो|
अगर आपको पावर अच्छी मिल रही है आपका जो लैपटॉप चल रहा है आपके बजट में लेकिन उसके अंदर ऑपरेटिंग सिस्टम नहीं है तो आप ले लीजिए बाद में खरीद लीजिए या वो लोग जैसा बोलते हैं वैसा करवा लीजिए
Display (डिस्प्ले)
इसके बाद अब बात आती है डिस्प्ले की जो डिस्प्ले है वह कितने रेज़ुलाशन का या वह कितने इंच का है उस हिसाब से पैसे भी कम ज्याद होते रहते हैं लैपटॉप का और आप कोई भी लैपटॉप ले रहे हो उसके अंदर रेज़ुलाशन देख लो
रेज़ुलाशन क्या है
रेज़ुलाशन आजकल सबको पता है कि 720 जो है वह HD है उसके बाद 1080 फुल HD है लैपटॉप अगर आप फुल एचडी ले रहे हैं यह ध्यान रखेगा उसके अंदर ग्राफिक कार्ड है कि नहीं यह जो ग्राफिक कार्ड है इसका मतलब यह है कि जो भी चीज आपको डिस्प्ले के अंदर दिखा रहा है वह कैसे दिखा रहा है उसे प्रोसेस कैसे कर रहा है अगर आप का फुल एचडी है ग्राफिक कार्ड ही नहीं है तो मतलब ही नहीं है फुल एचडी लेने का|
Graphic Card (ग्राफिक कार्ड)
प्रोसेसर जो है वह बाकी काम में लगा रहता है डिस्प्ले दिखाने के लिए आपको अलग से ग्राफिक कार्ड लेना पड़ेगा ग्राफिक कार्ड का काम ही यही है कैसे ज्यादा से ज्यादा एचडी में डिस्प्ले दिखा सके अगर आप गेमिंग करते हैं तो फिर आप उसमे ग्राफिक कार्ड ज़रूर देखिए उसके अंदर है के नहीं है तो ऐसे लैपटॉप लीजये जिसमें 2GB या 4GB जो है ग्राफिक कार्ड हो ता के बाद बाद में आपको दिक्कत ना हो मतलब अन्दर प्रोसेस तो हो रहा है लेकिन आपको दिखेगा ही नहीं क्योंकि आपके अंदर ग्राफिक कार्ड ही नहीं है यह सारी बातें तो हो गई कि बेसिक लैपटॉप कैसे लेना है?
अब बात आती है उसके अंदर मेकअप क्या-क्या लगाना है?
मेकअप का मतलब होता है वह देखने में क्या क्या होगा और क्या क्या नई फंक्शनैलिटी होगी यानी अगर आप खुद योगा नहीं करते हो लेकिन लैपटॉप को योगा करना होगा|
तो दोस्तों घुमा फिरा के बाद आती है योगा करने वाला लैपटॉप जो पुरा घूम जाता है पता नहीं क्या क्या हो जाता है उसके अंदर फिंगरप्रिंट है कि नहीं वह सारी चीजें होती है| लैपटॉप लैपटॉप है इसके अंदर जो होना है तो है ही लेकिन मार्केट में दिखाने के लिए उसको मेकप लगा रहे हो उस हिसाब से मेकअप का भी कोस्ट बढ़कर जाता है इस हिसाब से आपका प्राइस भी बढ़ते जाएगा यह सब दिखावे वाली चीज है लैपटॉप ऐसा हो जाता है ऐसा है वैसा है तो यह सारी चीजें हैं लेकिन इसमें आपका जो बजट है वह बढ़ जाएगा अगर इतना सारा बजट आप अपने लैपटॉप में लगा सकते हो तो i3 की जगह i5 आ जाएंगे थोड़ा लेकिन यह मेकअप जो है आपको नहीं मिल पाएगा अब यह आपके ऊपर है आपको मेकअप बाहर से लगाना है या अंदर उसका दिमाग बढ़ाना है
Compny (कंपनी)
यह सारी चीजें समझने के बाद आप का सबसे बड़ा डाउट होगा कि लैपटॉप ले कौन सी कंपनी का तो देखिए अलग-अलग कंपनी लैपटॉप आते हैं आपको सबसे पहले तो कॉन्फ़िगरेशन देखना है कितनी कॉन्फ़िगरेशन कौन सी कौन कौन से ब्रांड में है अब आपको समझना है कि यह इतना कम में आ रहा है इतना ज्यादा में आ रहा है तो क्यों आ रहा है तो आपको यहां पर यह देखना है कि आफ्टर सेल्स सर्विस किसकी अच्छी है मतलब अगर लैपटॉप खराब हो तो इतनी जल्दी सारी चीजें किस कम्पनी की मिल सकती है डायरेक्टली आपको तो नहीं बता सकता आपको कौन सा लैपटॉप खरीदना चाहिए क्योंकि अलग-अलग सिटीज में अलग अलग सर्विस सेंटर होते हैं वह सब आप पता कर लीजिए कि आपको किस सिटी में कौन से सर्विस सेंटर मिल जाते हैं ताकि कुछ खराबी हो आप वहां तक जा सको लेकिन मैं आपको यह बता देता हूं क्या किस हिसाब से आपको ब्रांड देखना है मेरे साथ तो सबसे पहले आपको देखना चाहिए hp के लैपटॉप उसके बाद एसर के लैपटॉप उसके बाद DELL डेल के लैपटॉप उसके बाद जितनी कंपनियां चलती है देख सकते हैं|
इस हिसाब से पता लगा सकते हैं कौन सी कंपनी में क्या चीजें मिल रही है क्या रेट आ रही है दोस्तों अगर आप ने डिसाइड कर लिया के कौन सा लेना है अब आप को यह ध्यान रखना है लैपटॉप कितने दिनों में खराब हो जाती है| मतलब जितने सालों की वारंटी दे रहे हैं वह लैपटॉप कंपनी वाले इतने दिन तक तो सही चलेंगे लेकिन उसके बाद दिक्कत आना स्टार्ट हो जाती है उसमें मेंटेनेंस चार्ज लगता है और प्लस पैसा लगता है तो मै सजेस करूंगा अगर आप कभी भी लैपटॉप लें उसके साथ एक्सटेंडेड वारंटी ले जो 3 साल बाद लैपटॉप खराब होगा ही होगा, उसकी लाइफ टाइम होती है अब आप यह कर सकते हो कि 2-3000 ज्यादा देकर जो आज 10000 लगने वाले हैं 2 साल बाद बचा सकते हो| लेकिन लोग क्या सोचते हैं इतना बड़ा लैपटॉप ले लिया अब इसमें और क्या खर्च करूं तो यही होता है जो भी कंपनी मैन्यूफैक्चर देती है जितनी उसकी लाइफ होती है मतलब 2 साल या 3 साल जो उसकी लाइफ होती है उसके बाद ही लैपटॉप खराब होना शुरू हो जाता है मैं यह सजेस्ट करूंगा जितना ज्यादा हो सके जो भी ऑफर चल रहे हो जो भी एक्सटेंडेड वारंटी चल रहा हो वह जरूर ले लो ये लेने से 3 से 4 साल तक अब एक्सटेंड करवा सकते हैं ताकि बाद में आपको कोई दिक्कत परेशानी ना हो अभी 30000-50000 का लैपटॉप ले रहे हो जो 3000 और दे दो ताकि बाद में फ्यूचर उसका हो जाए ताकि लैपटॉप कोई खराबी आए तो आपका पैसा जेब से ना लगे सारी चीजें वारंटी में कवर हो सके|
तो आशा करता हूँ दोस्तों आप को ये आर्टिकल बहुत अछि लगी होगी अगर हाँ तो अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें धन्यवाद|
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