Movie industry | How Bollywood Movie earn money India | Film industry business model explained in Hindi
दोस्तो इंडिया में हर Friday कोई ना कोई बॉलीवुड Movie रिलीज होती है| और फ्राइडे को ही क्यों? क्योंकि इसके बाद आता है सैटरडे सन्डे, और यह जो है वह वीकेंड कहा जाता है| और हम इंटरटेनमेंट के नाम से वीकेंड पर पैसा देने को तैयार हैं| लेकिन रुकिए-रुकिए कभी आपने सोचा है, सेम Movie किसी थिएटर में 100 में दिखाए जाते हैं किसी में 400 देने पड़ते हैं|
Film industry business model explained in Hindi
लेकिन यह जो हम टिकट के प्राइस देते हैं यह Movie वालों तक जाते कैसे हैं? और कोई भी एक Movie पैसा कमाती कैसे है? दोस्तों इस पोस्ट को पूरा पढ़िए आज मैं इसी टॉपिक पर बात करने वाला हूं| तो चलिए स्टार्ट करते हैं|
मैं आपको बताऊं कोई भी एक Movie पैसा कमाती कैसे है उसके पहले समझते हैं मूवी वाले को पैसा देना कहां पर पड़ता है मतलब मूवी बनाते समय ऐसा लगता कहां पर है? तो दोस्तों मान लीजिए मुझे एक मूवी बनाना है Movie बनाने के लिए मुझे चाहिए पैसे तो मैं सबसे पहले ढूंढ लूंगा कोई प्रोडूसर मिल जाए जो मेरी मूवी मैं इन्वेस्ट कर सके तो वह होता है जो पूरी Movie बनाने के लिए पैसा खर्च करता है| जैसे देखिए जो शेयर मार्किट में इन्वेस्ट करता है उसे इन्वेस्टर कहते हैं| वो इन्वेस्ट करता है शेयर मार्किट में इसी तरह Movie में होता है Movie के अंदर जो इन्वेस्ट करता है उसे प्रोडूसर कहते हैं|
अब देखिए Movie में पैसा खर्च कहां-कहां पर होता है| सबसे पहले स्टोरी होगी स्टोरी के ऊपर डायलॉग लिखे जाएंगे उसके बाद मैं यह डिसाइड कर लूंगा यह जो बनी है Movie की स्टोरी इसके अंदर एक्टर कौन होगा? एक्ट्रेस कौन होगा? अब मैं सबसे पहले सर्च करूंगा मुझे कौन सा एक्टर चाहिए सलमान खान चाहिए तो भाई उसको देने पड़ेंगे 60 करोड़ आमिर खान या शाहरुख खान चाहिए तो 50 करोड़ देने पड़ेंगे अगर अक्षय कुमार चाहिए 40 देने पड़ेंगे इस तरह जो है पहले हम डिसाइड कर देते हैं| कौन सा एक्टर हमको रखना है कौन सी एक्ट्रेस रखना है कितने लोग रखना है इस हिसाब से स्टोरी का सीक्वेंस बन जाता है|
अब बात आती है लोकेशन कि यह जो Movie सूट कहां पर की जाएगी बाहर करी जाएगी जहां सारे लोगों को ले जाना है तो मान लो उनको होटल मे लेजाना है खाना भी खिलाना है यह सारी चीजें करना है फिर कैमरा भी चाहिए शूटिंग के लिए उसके बाद लोग भी चाहिए Movie जब शुरू हो जाएगी और उसको एडिट भी करना है तो बहुत सारी चीजें करनी पड़ेगी अगर मुझे एक Movie बनाना है|
इन सब में चाहिए अच्छा खासा पैसा तो दोस्तों मान लीजिए 100 करोड़ रुपए लगा दिया हमने एक Movie में और Movie बनकर तैयार हो गई तो 100 करोड़ की Movie एक हार्ड डिस्क में आ गई अब इस हार्ड डिस्क को मुझे 100 करोड़ रुपए से ज्यादा में बेचना है तभी तो भाई मेरे 100 करोड़ रुपए ज्यादा में कन्वर्ट होंगे पूरी Movie बनाकर डाल दिया अब इस Movie को जो है लॉन्चिंग करना है कहीं ना कहीं दिखानी पड़ेगी तभी तो पैसा मिलेगा|
यहां पर डिस्ट्रीब्यूटर वाला केस आता है अब यहां पर ऐसा भी होता है जो पैसा लगाता है वह खुद ही डिस्ट्रीब्यूटर है उसको पता है इस मूवी को कैसे रिलीज करना है लेकिन बहुत सारे लोग होते हैं उनको यह पता नहीं होता है| इसको इस Movie को रिलीज कैसे करें 200 करोड़ की Movie डिस्ट्रीब्यूटर को भेज देते हैं|
तो मान लीजिए कि किसी प्रोडूसर ने पूरी मूवी बनाई 100 करोड़ की Movie 150 करो या 200 करोड़ में डिसटीब्यूटर को बेच दी और पूरी Movie रिलीज नहीं हुई है और लोग थे सब को पैसा मिल गया 150 करो लेकर चला गया अब डिस्ट्रीब्यूटर की टोपी है|150 की Movie एक हार्ड डिस्क में है उसको रिलीज कैसे करना है इसमें क्या करना है? 150 करोड़ से ज्यादा पैसे कैसे कमाए गा? यह सारी चीजें अब यह डिस्ट्रीब्यूटर के हाथ में आ गई प्रोदेसर एक्टर वगैरह सब निकल गए बाहर जो 100 करोड़ की Movie बनी थी डेढ़ सौ करोड़ में बिक गई इनको हो गया प्रॉफिट|
How Bollywood Movie earn money India
यहां पर सेकंड केस है ऐसा है जो प्रोदेसर है वही डिस्ट्रीब्यूटर है तो वह अब नेक्स्ट लेवल पे आएगा मान डिस्ट्रीब्यूटर के पास मूवी पड़ी हुई है 90 करोड़ 100 करोड़ की Movie है अब इसके ऊपर डिस्ट्रीब्यूटर मार्केटिंग का बजट निकालेगा 15 से 20 करोड़ रुपए मिनिमम लगता ही है कोई भी Movie आप उठा लो मार्केटिंग के लिए क्योंकि अगर जंगल में मोर नाचा तो किस ने देखा दिखाना तो पड़ेगा कि भाई जंगल में मोर नाच रहा है जाकर देखो|
ऐसा ही होता है Movie का जो बजट आ जाएगा मार्केटिंग कॉस्ट एड कर देगा डिस्ट्रीब्यूटर अपने लेवल के हिसाब से 220 करोड़ से 25 मार्केटिंग में खर्चा करेगा पोस्टर लगवाएगा अलग-अलग जगहों में सोंग्स चलएगा अलग-अलग टेलीविजन के अंदर जाएंगे ताकि आपको रटा दिया जाए इस तारीख के अंदर यह मूवी रिलीज हो रही है ताकि सब को पता चल जाए भाई इस डेट को यह Movie रिलीज हो रही है आपको जाना है पैसा देना है और मूवी देखना है|
अब बात आती है जो डिस्ट्रीब्यूटर है Movie रिलीज कैसे करवाता है? तो देखिए रिलीज तो पता है थिएटर में होती है आपको लगता होगा बस थिएटर की टिकट से इनको पैसा आता है| लेकिन भाई यह रिलीज होने से पहले ही डिसटीब्यूटर लो या प्रोडूसर ले लो यह लोग पैसा कमा लेते हैं?
कैसे अब देखिए मूवी आई मूवी का कोई डायलॉग है उसका मान लो कॉलर ट्यून बन गई उसके राइट्स होते हैं कॉपीराइट हो जाता है| उसके बाद क्या होता है उसकी राइट बेच दी कॉलर ट्यून के किसी कंपनी को उससे पैसा आ गया मूवी का कोई डायलॉग है या कोई सॉन्ग है किसी चैनल पर Movie रिलीज होने से पहले सॉन्ग दिख रहा है उसके राइट्स अलग होते हैं वहां पर वह बेच सकते हैं उसके बाद सेटेलाइट हो गई जो सबसे ज्यादा महंगे बिकते हैं|
टेलीविजन या चैनल पर आएगी वह कौन से चैनल पर आएगी तभी तो बोलते हैं वर्ल्ड टेलीविजन प्रीमियर सबसे पहली बार देखो यह मूवी हमारी चैनल पर इसके राइट्स होते हैं| यह Movie रिलीज होने से पहले ही दिख जाते हैं क्योंकि चैनल वाले पैसा दे देते हैं उसके बाद ऑल राइट्स होते हैं जैसे आप पेट्रोल पंप जा रहे हो वहां पर अगर यह गाना चल रहा है Movie का तो वह राइट अलग है उसके बाद अगर आप फ्लाइट से जा रहे हो या बस से जा रहे हो बस में जो पिक्चर दिखाई जा रही है या फ्लाइट पर पिक्चर दिखाई जा रही है इसके राइट अलग होते हैं|
तो दोस्तों कोई भी Movie रिलीज होने से पहले राइट बेच-बेच के पेपर प्रॉफिट कमा लेती है 120 करोड़ रुपए Movie बनाने में लग गई उसके बाद राइट बेच-बेच के सॉन्ग के इसके उसके खर्च से ज्यादा पैसा आ जाता है डिस्ट्रीब्यूटर के पास प्रोदेसर के पास अभी थिएटर में Movie गई ही नहीं है और पैसा जो है पेपर पर ही कमा लिया|
यह जो डिस्ट्रीब्यूटर होते हैं यह कौन होते हैं? आपने देखा होगा जब भी Movie स्टार्ट होती है दिखाए जाते हैं इस Movie के प्रोडूसर यशराज हैं, धर्मा है, फॉक्स स्टार है, यह सब लोग डिस्ट्रीब्यूटर होते हैं बहुत बड़े पर्दे में दिखाया जाता है अब यह जो डिस्ट्रीब्यूटर हैं यह लोग सब डिस्ट्रीब्यूटर के पास जाते हैं| जब इनको मूवी रिलीज करना है सब डिस्ट्रीब्यूटर अलग अलग रीजन के मुंबई रीजन, अलग हैं दिल्ली रीजन, अलग है अलग अलग डिस्ट्रीब्यूटर है अलग अलग डिस्ट्रीब्यूटर के कांटेक्ट से सब डिस्ट्रीब्यूटर के पास जाते हैं| सब के पास राइट हैं लोगों ने अलग-अलग थेटर डिसाइड करके रखे हैं| कि यह Movie आएगी इस डेट इस थेटर में दिखेगी उसने पहले ही पूरी मैपिंग करके रखी हुई है|
सब डिसटीब्यूटर ने लोकल थिएटर वालों को बोलते हैं एग्जीक्यूटर यह लोग क्या करते हैं? सब डिस्ट्रीब्यूटर एग्जीक्यूटर यानी थिएटर वाले इनके बीच में एग्रीमेंट हो जाता है कि जब हम Movie दिखाएंगे कुछ परसेंटेज आपका कुछ परसेंटेज हमारा| मतलब जो हम टिकट देते हैं सामने वाले को थिएटर वाले को अगर यह जो मूवी है किसी सिंगल स्क्रीन थिएटर में दिख रही है जहां पर सिर्फ एक ही स्क्रीन है छोटा थेटर है वहां पर जो रेश्यो होता है 50:75 या 32:70 ऐसा भी होता है मतलब है 55-35% परसेंट टिकट का अमाउंट थिएटर रखेगा बाकी डिस्ट्रीब्यूटर को पास कर देगा वह घूमते घूमते चला जाएगा डिस्ट्रीब्यूटर तक|
लेकिन जो मल्टीप्लेक्स होते हैं जो मॉल होते हैं| जहां पर बहुत सारे स्क्रीन में रहती हैं| वहां पर जो रेश्यो है अलग टाइप का होता है पहले वीक में मतलब फर्स्ट वीक में जब Movie रिलीज हुई है वहां पर 50-50% होता है उसके बाद यह कम होता जाता है उसके बाद जो सेकंड वीक होता है इसमें 60% थिएटर वाले बाकि पर्सन डिस्ट्रीब्यूटर का थर्ड वीक में और ज्यादा हो जाएगा थिएटर वाले का 70:30 हो जाता है जो पुराने Movieस ज्यादा देर तक ज्यादा दिनों तक अगर वह थिएटर वाले रखता है मल्टीप्लेक्स वाला उसको तो फिर फायेदा मिल जाता है
टिकट पर इस तरीके से जो है टिकट खरीदते हैं उसका परसेंटेज कुछ थिएटर वाले रखते हैं डिस्ट्रीब्यूटर रखते हैं ऐसे डिस्ट्रीब्यूटर से घूमते घूमते चला जाता है प्रोडूसर के पास लेकिन अगर प्रोदेसर ने पहले बेच दिया मूवी को वह तो निकल गया बाहर अब यह पूरा डिस्ट्रीब्यूटर होगा सब डिस्ट्रीब्यूटर का हो गया|
यहां तो आप यह बोलेंगे कि मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा है क्या क्या बताए जा रहे हैं| चलो मैं आपको एक प्रैक्टिकल एग्जांपल देता हूं बजरंगी भाईजान Movie आपने देखी होगी और यह भी है इसका प्रोडूसर सलमान खान खुद थे मतलब यह जो है खुद ही एक्टर थे उनकी कॉस्ट 90 करोड़ बच गई उन्होंने खुद ही अपनी मूवी में लगा दिया और इस Movie ने कितना कमाया होगा इंडिया में कभी सोचा है 400 करोर से ज्यादा सिर्फ इंडिया का कलेक्शन है मतलब 90 करोड़ की मूवी 400 करोड़ में बिक गई वह भी इंडिया के अंदर का पूरा प्राइस देखें ग्लोबल पूरे वर्ल्ड में अलग-अलग कंट्री स्कोर मिला के कितना earn हुआ है इस Movie का 970 करोड रुपए कमाए मतलब 90 करोड़ की चीज 970 करो रुपए में बिक गई|
और यहां पर केस है की जो प्रोडूसर है वही एक्टर है तो एक्टर ने सोचा 60 करोड़ रुपए लूंगा इससे अच्छा है कि खुद ही इतने पैसे लगा देता हूं ताकि इनकम जो हो पूरी की पूरी मेरी हो जाए|
इसी तरह जो है दंगल Movie है उसके प्रोडूसर कौन है? आमिर खान खुद हैं और उनकी वाइफ किरण राव यह दोनों प्रोडूसर है यह पूरी की पूरी मूवी बनकर तैयार हो गई थी सिर्फ 70 करोड़ में 70 करोड़ में मूवी बनने के बाद कितने में बिकी?
तो भाई इंडिया में यह मूवी बिक गई 580 करोड रुपए में 70 करोड़ की चीज 580 करोड़ में कन्वर्ट हो गई और अगर इसका देखें ग्रॉस पूरा वर्ल्ड वाइड में अलग-अलग लैंग्वेज में सब को मिलाकर पूरे वर्ल्ड में कमाए 2200 करोड़ 70 करोड़ कन्वर्ट हो गया 2200 करोड़ में एक तरह से यार कन्वर्टर हो गया MP4 की Movie डालो और उसके बाद 3GP Movie निकल जाएगी और इसी तरह 70 करोड रुपए का मूवी बनाओ उसको बेचो 22सौ करोड़ रुपए कमा लो इससे ज्यादा रिटर्न तो कहीं नहीं मिलने वाला ना शेयर मार्केट में ना स्टार्टअप में ना कहीं पर|
इसलिए बोला जाता है जहां पर भी कोई भी पैसा लगाता है वह इसलिए लगाता है उसका पैसा डबल हो टेबल हो तो भाई पैसा रख के साराओगे थोड़ी पैसे से पैसा बनाना है इसीलिए आजकल जो एक्टर होते हैं वही प्रोडूसर बन जाते हैं डिसटीब्यूटर बन जाते हैं ताकि जो पूरी प्रोसेसिंग हो बाद में इतनी कमाई होने वाली है वह सारी इनको हो यहां पर तो दो हजार करोड़ 2200 सौ करोड़ रुपए मिल जाते हैं 70 करोड़ रुपए लगाकर यह खुद ही प्रोडूसर हैं खुद ही आजकल डिस्ट्रीब्यूटर बन जाते हैं तो छोटी मोटी Movie आती है बना बना कर बेच देती है अपना प्रॉफिट लेकर चले जाते है|
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और अगर मूवी फ्लॉप हो जाती है तो जिस ने खरीदी उसको नुकसान होजाता है तो घुमा फिरा के सब को पैसे का पैसा बनाना है हमको भी नौकरी करना है पैसा कमाना है एंटरटेनमेंट के लिए मूवी देखना है| पैसा घूमता फिरता रहता है आते जाते रहता है हम पैसा कमाते हैं किसी और चीज के लिए वह जो चीज आप ने पैसा दिया है वह किसी और चीज के लिए पैसे कमाते हैं एक तरफ से है आपका पैसा घूमता रहता है सबके पास परसेंटेज बजता रहता है अगर आपको यह पोस्ट अच्छा लगा तो अपने दोस्तों को जल्दी से इसको शेयर कर दीजिए।
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